रत्न

रत्न प्रकृति प्रदत्त एक मूल्यवान निधि है। मनुष्य अनादिकाल से ही रत्नों की तरफ आकर्षित रहा है, वर्तमान में भी है तथा भविष्य में भी रहेगा। रत्न सुवासित, चित्ताकर्षक, चिरस्थायीव दुर्लभ होने तथा अपने अद्भुत प्रभाव के कारण भी मनुष्य को अपने मोहपाश में बाँधे हुए हैं। रत्न आभूषणों के रूप में शरीर की शोभा तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही अपनी दैवीय शक्ति के प्रभाव के कारण रोगों का निवारण भी करते हैं।

रत्न

Headingline Icon
Image

माणिक्य रत्न

रत्न शास्त्र में रत्नों का महत्व बताया गया है. प्रत्येक रत्न किसी विशेष ग्रह से संबंध रखते हैं. माणिक्य रत्न को सूर्य से संबंधित माना गया है. माणिक्य को अंग्रेजी में रूबी भी कहते हैं. माणिक्य लाल रंग का काफी चमकीला और सबसे खूबसूरत रत्न होता है. ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, माणिक्य रत्न को धारण करना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इससे जीवन में अपार सफलता मिलती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.

Image

हीरा

हीरा अपनी चमक और सुंदरता के लिए विश्व का सबसे विख्यात रत्न/Gemstone है। इसकी चमक दूर तक अपनी किरणें बिखेरने वाली होती है। हीरा एक अनमोल रत्न है एवं ज्योतिष शास्त्र में इसका विशेष रूप से उल्लेख मिलता है। हीरा एक अत्यंत कठोर रत्न माना गया है इसकी कठोरता और सुंदरता दोनों का ही कोई जवाब नहीं है। हीरा रत्न सौभाग्य में वृद्धि करता है, वैभव एवं ऐश्वर्य प्रदान करने में यह अत्यंत सहायक होता है। इस रत्न को शुक्र ग्रह का रत्न कहा गया है जिसके कारण हीरा सभी प्रकार की विलासिता को प्रदान करने वाला होता है।

Image

पन्ना

ज्योतिषीय गुणों की बात करें तो पन्ना बुध का रत्न माना जाता है. बुध ग्रह की पीड़ा को शांत करने के लिए इस रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है. अगल कुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो तो यह रत्न उसे मजबूती प्रदान करता है. साथ ही बुध की महादशा और अंतर्दशा से छुटकारा पाने के लिए भी इस रत्न को धारण किया जाता है. इसके अलावा अगर कुंडली में मंगल, शनि और राहु-केतु के साथ हो या शत्रु ग्रहों की दृष्टि हो तो पन्ना जरूर धारण करना चाहिए. 

Image

नीलम

नीलम धारण करने से व्यक्ति की कार्यशैली में निखार आता है। साथ ही उसके सोचने की क्षमता का विकास होता है। वहीं शनि की दृष्टि एवं साढ़ेसाती से नीलम हमें बचाता है, साथ ही जिन पर शनि की साढ़ेसाती अथवा शनि की ढैय्या का प्रभाव हो उन्हें नीलम धारण करने से लाभ मिलता है। रत्न शास्त्र अनुसार नीलम व्यक्ति को तुंरत असर दिखाता है

Image

लहसुनिया

लहसुनिया रत्न जिसको केतु ग्रह का रत्न माना जाता है। रत्न ज्योतिष के अनुसार इस रत्न के प्रभाव से इंसान की किस्मत चमकती है। वहीं अगर कोई व्यक्ति व्यापार में सफलता नहीं पा रहा, या तरक्की रुकी हुई है तो यह रत्न धारण करना बेहद लाभकारी हो सकता है किन राशि वालों को इसे धारण करना चाहिए और पहनने की सही विधि क्या है.

Image

मोती

वैदिक शास्त्र में मोती को बहुत ही शुभ और प्रभावशाली रत्न माना गया है। मोती चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करता है। ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है उनको मोती जरूर धारण करना चाहिए। ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक ग्रह माना गया है।

Image

मूंगा

मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है. इसे शक्ति, बल, साहस और ऊर्जा के लिए पहना जाता है. रक्त से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या के लिए मूंगा पहनना फायदे मंद रहता है. उदासी और मानसिक अवसाद को कंट्रोल करने के लिए मूंगा रत्न जरूर धारण करना चाहिए. अगर अज्ञात भय का अनुभव हो रहा है तो मूंगा रत्न इसके लिए रामबाण साबित होता है

Image

पुखराज

पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न होता है इसलिए यह रत्न धारण करने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है। बृहस्पति की प्रतिकूल स्थिति के कारण जिनके विवाह में रुकावटे आ रही हैंं, उनके लिए पुखराज धारण करना फायदेमंद रहता है। इस रत्न को धारण करने से कमजोर पाचन में भी फायदा मिलता है। इसके अलावा आध्यात्मिक वा धार्मिक विषयों में रुचि रखने वालों के लिए भी पुखराज फायदेमंद रहता है।

Image

गोमेद

ज्योतिष विज्ञान में गोमेद को एक खूबसूरत रत्न माना गया है, जो जीवन को सुंदर बना देता है। गोमेद सबसे लाभदायक रत्नों में से एक माना गया है। गोमेद राहु ग्रह से संबंधित रत्न माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में राहु को पाप ग्रह माना जाता है अत: ज्योतिषाचार्यों द्वारा राहु के दुष्प्रभावों को समाप्त करने के लिए गोमेद रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है।

© Copyright 2025 by Poojan Paath.All right Reserved. Design By Netspace Software Solution